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उत्तराखंड के बागेश्वर में वन स्टॉप सेंटर की टीम ने रुकवाई नाबालिग की शादी

तारीख: 06 मई, 2021
स्रोत (Source): अमर उजाला

तस्वीर स्रोत: Google Image

स्थान: उत्तराखंड

बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) की टीम ने जिला मुख्यालय में एक नाबालिग की  शादी रुकवा दी. पुलिस की मदद से टीम ने दोनों पक्षों को शादी से रोका और बालिका के बालिग होने पर ही शादी कराने का लिखित करारनामा भी कराया. ओएससी की टीम सात नाबालिगों की शादी रुकवा चुकी है.

बृहस्पतिवार (6 मई) को तहसील मार्ग पर एक विवाह का कार्यक्रम चल रहा था. कोरोना के चलते सादगी से एक समारोह में कार्यक्रम संपन्न किया जा रहा था. एकाएक पुलिस और ओएससी के कर्मचारी मंडप में पहुंच गए. पुलिस को बारात में देख वहां मौजूद लोग सकपका गए. टीम ने बताया कि किसी ने यहां पर नाबालिग के विवाह होने की सूचना 112 के माध्यम से दी है.

इसके बाद दुल्हन बनी बालिका का जन्मतिथि प्रमाणपत्र मांगा. हालांकि बालिका के परिजन बेटी को बालिग बताते रहे. इस दौरान पुलिस, वन स्टॉप कर्मचारी और बालिका के परिजनों के बीच देर तक बात होती रही, लेकिन पुलिस ने प्रमाणपत्र दिखाने के बाद ही शादी की अनुमति देने की बात कही. इसके बाद परिजनों ने बालिका के स्कूल का सर्टिफिकेट दिखाया, जिसके अनुसार उसकी उम्र 16 वर्ष थी. प्रमाणपत्र देखने के बाद टीम ने शादी रोक दी और दोनों पक्ष के लोगों को नाबालिग की शादी करने पर होने वाले दुष्प्रभाव बताए. इसके बाद लड़के पक्ष वालों ने बालिका के बालिग होने पर शादी करने पर सहमति जताई.

दोनों पक्षों से लिखित करार के बाद लड़के वाले बारात लेकर लौट गए. इधर बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र प्रसाद बिष्ट ने बताया कि जिला मुख्यालय के तहसील मार्ग में नाबालिग की शादी की सूचना मिली थी. इसके बाद ओएससी की टीम ने समय पर जाकर विवाह होने से रोका.

          

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