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लखनऊ में बिहार से वाहतुक कर लाई जा रही किशोरियों को कराया मुक्त गया, छह गिरफ्तार

तारीख:  16 फरवरी, 2022

स्रोत (Source): अमर उजाला

तस्वीर स्रोत : अमर उजाला

स्थान : उत्तर प्रदेश

बिहार के चंपारण से किशोरियों की वाहतुक की जा रही है. इस तरह के  एक गिरोह का खुलासा राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सूचना पर कमिश्नरेट पुलिस ने किया है. गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों से मुक्त कराई गई किशोरियों ने पुलिस को बताया कि यह गिरोह मोटी रकम देकर किशोरियों की शादी भी कराता है. पुलिस जांच कर रही है. वहीं जीआरपी के चारबाग थाने में केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.

क्षेत्राधिकारी जीआरपी संजीव सिन्हा के मुताबिक, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को सोमवार को सूचना दी कि सद्भावना एक्सप्रेस में बिहार केचंपारण से किशोरियों को वाहतुक के लिए ले जाया जा रहा है. इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा को तत्काल टीम गठित कर रेस्क्यू करने का आदेश दिया. डीसीपी पश्चिम ने नाका इंस्पेक्टर मनोज मिश्रा, कैसरबाग के अजय नारायण सिंह, चौक के कुलदीप दुबे और बाजारखाला इंस्पेक्टर की टीम गठित की. सभी टीमों ने एक साथ चारबाग रेलवे स्टेशन पर छापा मारा. इस दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 7 पर सद्भावना एक्सप्रेस रुकी तो टीमों ने बोगियां खंगालनी शुरू कीं.

सीओ जीआरपी संजीव सिन्हा के मुताबिक, छापे के दौरान चाइल्ड लाइन की टीम भी केंद्र समन्वयक कृष्णा शर्मा के नेतृत्व में मौजूद थी. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को बिहार के मुक्ति मिशन फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार और बेतिया बिहार केनोडल इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने सूचना दी थी. जिस पर पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की गई. पुलिस टीम ने प्लेटफॉर्म नंबर-7 पर ट्रेन के पहुंचने के बाद चार बोगियों एस-2, एस-4, एस-6 और एस-7 को घेर लिया. चारों बोगियों की तलाशी में तीन किशोरियां मिलीं. इसके अलावा उनके साथ हरदोई के टड़ियावां निवासी जान मोहम्मद, लिलवल का मोहम्मद हासिम, बजरिया का लतीफ, शकील, शाहिद अली, उन्नाव बांगरमऊ का अरमान मिला. सभी को ट्रेन से नीचे उतारा गया. पूछताछ में पता चला कि तीनों को वाहतुक कर लाया जा रहा था. दो किशोरियां मोतिहारी बिहार की और एक हरदोई की थी. 

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने कुबूल किया कि वे चंपारण जिले से शादी कराकर किशोरियों को लाते हैं. उनके परिवारीजनों को मोटी रकम का प्रलोभन देते हैं. इसके बाद अपने साथ लाने के बाद ऊंची कीमत पर बेच देते हैं. आरोपियों जान मोहम्मद व हासिम ने पुलिस के सामने कुबूल किया कि शाहिद अली, अरमान के मामा लतीफ, अरमान व शकील को इस योजना में शामिल किया. सभी को चंपारण लेकर गए. वहां दो किशोरियों से दिखावे के लिए अरमान व शकील से शादी कराई. इसके बाद दोनों किशोरियों के परिवारीजनों को रुपये का लालच दिया और साथ लेकर वहा से चले आए.

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