Prerana ATC | Fight Trafficking

search

कोरोना की वजह से लगी पाबंदियों के कारण कई बालकों ने चाइल्डलाइन को किया फोन

तारीख: 08 जून, 2021
स्रोत (Source): टीवी9 भारतवर्ष

तस्वीर स्रोत: टीवी9 भारतवर्ष

स्थान: उत्तर प्रदेश

कोरोना महामारी की वजह से लगी पाबंदियां बालकों के दिमाग पर प्रतिकूल असर डाल रही हैं. घर में बंद रहने की वजह से बालक काफी चिड़चिड़े होते जा रहे हैं. साथ ही उनके साथ हिंसा की खबरें भी लगातार सामने आ रही हैं. यूपी में पिछले एक महीने में करीब 150 बालक चाइल्ड हेल्प लाइन पर फोन कर मारपीट की शिकायतें कर चुके हैं.

ऐसा ही एक और ताजा मामला सामने आया है. अपनी मां और नानी की पिटाई से परेशान एक बालक ने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर फोन कर कहा कि वह घर में नहीं रहेगा. उसकी मां और नानी उसे बहुत मारती हैं. बालक ने बताया कि उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि मां के कहने पर उसने मोबाइल नहीं रखा. बोर होने की वजह से वह मोबाइल चलाता रहा. गुस्से में उसकी नानी ने उसकी पीठ पर मारा वहीं उसकी मां ने चोट पर मिर्च छिड़क दी. परेशान होकर वह घर से भाग गया. रास्ते में एक महिला ने उसे चाइल्ड हेल्प लाइन का नंबर बताया.

सिर्फ मई महीने में बालकों के साथ हिंसा के 13 मामले और जून के पहले हफ्ते में 2 मामले सामने आ चुके हैं. इन बालकों की उम्र 5 से 15 साल के बीच है. घर में बंद बालक काफी चिड़चिड़े हो गए हैं वहीं उनके माता-पिता उनकी मानसिक हालत समझने की बजाय उन पर अपना गुस्सा निकाल देते हैं. जिसकी वजह से बालक बहुत ही परेशान हैं.

नॉर्मल हालात में पूरे महीने में सिर्फ 50 हिंसा की शिकायतें ही चाइल्ड हेल्प लाइन पर आती हैं लेकिन कोरोना के समय में इनकी संख्या 150 के करीब हो गई है. ज्यादा तर मामले में खाने की डिमांड को लेकर बालकों की पिटाई की खबरें देखने को मिल रही हैं. वहीं एक बालिका ने फोन कर अपने मामा पर लैंगिक शोषण का आरोप लगाया था.

 

          टीवी9 भारतवर्ष की इस खबर को पढ़ने के लिए यहाँ पर क्लिक करें.

अन्य महत्वपूर्ण खबरें