चौराहों पर गुब्बारे बेचते-भीख मांगते नहीं दिखेंगे बच्चे, राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग चलाएगा बाल श्रम-बाल भिक्षावृत्ति मुक्त अभियान
तारीख: 12 जुलाई, 2021
स्रोत (Source): जी न्यूज
तस्वीर स्रोत : जी न्यूज
स्थान : राजस्थान
जयपुर शहर के चौराहों पर अब भीख मांगते या खिलौने–गुब्बारे बेचते बच्चे नजर नहीं आएंगे. राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति मुक्ति के लिए 19 जुलाई से अभियान चलाएगा. भिक्षावृत्ति से मुक्त कराने के बाद ऐसे बच्चों का पुनर्वास भी किया जाएगा.
बाल श्रम और भिक्षावृत्ति से मुक्ति का यह अभियान जयपुर से शुरू होकर अन्य शहरों में भी शुरू किया जाएगा. आयोग इसमें सभी सम्बंधित विभागों से सहयोग लेगा. राज्य बाल अधिकार आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल की अध्यक्षता में सोमवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर अभियान को सफल बनाने पर चर्चा की.
खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल श्रम मुक्त प्रदेश बनाने का विजन साझा किया था. इसके बाद बाल अधिकार आयोग ने अभियान शुरू करने का निर्णय लिया. शहर को बाल श्रम और भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों
ने अपने अपने सुझाव दिए. सभी विभागों के समन्वय के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से अभियान को सफल बनाया जा सकता है.
बेनीवाल ने कहा कि यह देखकर दुख होता है कि जिन हाथों में कलम होने चाहिए, वो भीख मांग रहे हैं या गुब्बारे बेच रहे हैं या फिर अन्य कोई काम कर रहे हैं. इनको इससे मुक्ति दिलाने के लिए पुनर्वास की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी.
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