नाबालिग बालिका पर पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज : साथ रहने वाली छोटी बालिकाओं को लगाती थी करंट
तारीख: 01 सिंतबर, 2021
स्रोत (Source): अमर उजाला
तस्वीर स्रोत : अमर उजाला
स्थान : हरियाणा
भिवानी के तोशाम रोड स्थित बाल सेवा आश्रम के अंदर एक नाबालिग बालिका द्वारा मासूम बालिकाओं के साथ अमानवीय व्यवहार कर उन्हें बिजली का करंट लगाने जैसा मामला उजागर हुआ है. बाल सेवा आश्रम की मासूम बालिकाओं की काउंसलिंग के बाद मामले का खुलासा हुआ. सीडब्ल्यूसी ने इसकी शिकायत सिटी पुलिस को दी. सिटी पुलिस ने सीडब्ल्यूसी की शिकायत पर आश्रम में रह रही एक नाबालिग बालिका पर ही पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
सीडब्ल्यूसी सदस्य रोशनलाल सिंहमार, रमेश कुमार व सत्येंद्र तंवर ने सिटी पुलिस को दी शिकायत में बताया कि भिवानी के बाल सेवा आश्रम में आठ से दस साल की करीब सात-आठ बालिकाओं ने आश्रम में ही रहने वाली 17 साल आठ माह की एक बालिका पर उनके साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने और उन्हें बिजली का करंट लगाकर यातनाएं देने की शिकायत की. आश्रम की बालिकाओं ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष खुलासा किया कि पिछले कई माह से यह नाबालिग बालिका आश्रम की बालिकाओं को तरह-तरह की यातनाएं देकर प्रताड़ित कर रही है. बालिका अपने पास मोबाइल भी रखती है.
इस संबंध में बाल सेवा आश्रम ने भी सीडब्ल्यूसी को पत्र लिखा था. जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए सीडब्ल्यूसी की टीम ने इस मामले में महिला पुलिस थाना व डीसीपीओ के साथ 27 अगस्त को बाल सेवा आश्रम में पहुंचकर निरीक्षण भी किया था. इस दौरान आरोपी बालिका को पहले ही उनके पहुंचने की भनक लग गई थी, जिसके बाद उसने मोबाइल फोन तो छिपा दिया, लेकिन इस दौरान आश्रम की बालिकाओं ने उसकी अमानवीय करतूतें सीडब्ल्यूसी सदस्यों के समक्ष रख दीं. इसके बाद बालिकाओं की काउंसलिंग भी कराई गई. जिसमें कई तरह की यातनाएं देने के तथ्य भी उजागर हुए. सिटी थाना पुलिस ने सीडब्ल्यूसी की शिकायत पर आरोपी नाबालिग बालिका पर पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है.
तोशाम रोड स्थित बाल सेवा आश्रम में फिलहाल 23 नाबालिग लड़कियां और 11 नाबालिग लड़के रह रहे हैं. बालिकाओं व लड़कों के लिए आश्रम में अलग-अलग रहने व प्रारंभिक शिक्षा की व्यवस्था की हुई है. बालिकाओं को एक ही जगह पर एक साथ रहना व सोना पड़ता है. आश्रम प्रबंधन ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि करीब ढाई साल पहले रेस्क्यू कर आरोपी नाबालिग बालिका भिवानी आश्रम में लाई गई थी. तभी से यह बालिका यहां पर रह रही है. आरोपी बालिका किसी लड़के के साथ भाग गई थी, जिसके बाद इस बालिका को न्यायालय के आदेश पर बाल सेवा आश्रम में छोड़ा गया था.
सीडब्ल्यूसी के समक्ष बाल सेवा आश्रम की करीब 7-8 बालिकाओं ने एक बालिका द्वारा करंट लगाने और अमानवीय यातनाएं देने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद महिला पुलिस थाने की टीम व डीसीपीओ के साथ आश्रम का निरीक्षण किया था. इसी दौरान यह सच्चाई सामने आई थी. फिलहाल मामले की शिकायत सिटी पुलिस को दी है.
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